रिपोर्टर – देवेन्द्र रात्रे
डभरा विकास खंड शिक्षा अधिकारी भी झोलाछाप डॉक्टरी के साथ काम कर रहे हैं
सक्ति जिला के डभरा विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी श्याम लाल वारे अपने निजी निवास मे कर रहे है क्लिनिक का संचालन अपना शासकीय दायित्व को न निभा कर स्कूलिया व्यवस्था को छोड़ कर रहे है झोला छाप डॉक्टर का काम
जब डभरा विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी का यह हाल है तो कैसे विकास खण्ड की स्कूलों का संचालन होता होगा
अपने ड्यूटी को ताक मे रखते कर रहे है कोई और काम यदि कोई स्कूल के शिक्षक ऐसे करते नजर आये तो खुद कार्यवाही कर देंगे लेकिन अपने पर कौन करें
देखा जाए तो बेरोजगारी के कारण लोग झोला छाप डॉक्टर बनते है लेकिन यह तो शासकीय कर्मचारी होकर घर पर ही संचालन कर रहा है बिना रजिस्ट्रेशन के क्लिनिक और कर रहे है ईलाज
आज पास के गांव से आते है लोग ईलाज के लिए गरीब एवम् अनपढ़ लोग होते है ऐसे डॉक्टर के शिकार कभी भी हो सकता है लोगों के जान के साथ खिलवाड़
बिना रजिस्ट्रेशन के बिना कोई प्रशिक्षण के बन गये है डॉक्टर