
CrimeDesk/thelal10 : बिलासपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करता था । इस गिरोह के सदस्य बाकायदा बेरोजगार युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर बेवकूफ बनाता था ।पुलिस से मिली जानकारी अनुसार थाना सिविल लाईन को सूचना प्राप्त हुई कि कपिल गोस्वामी एंव उसके साथी कुछ बेराजगार लड़को से नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र तैयार कर पैसा लेकर ठगी कर रहे है। उक्त सूचना पर तत्काल पुलिस अधीक्षक द्वारा आरोपियो तथा घटना के संबंध में पतासाजी हेतु अति. पुलिस अधीक्षक शहर के पर्यवेक्षण तथा नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई ।टीम द्वारा पतासाजी किये जाने पर प्रार्थीगण 01. गोविन्द चंद्रा पिता जतीराम चंद्रा उम्र 35 साल नि0 भातमाहूल थाना हसौद जिला सक्ती 02. नंद कुमार शांडिल्य पिता दुर्गा प्रसाद शांडिल्य उम्र 28 साल नि0 ध्रुवाकारी थाना पचपेड़ी जिला बिलासपुर 03. नितीश कुमार भारद्वाज पिता देवेन्द्र कुमार भारद्वाज उम्र 34 साल नि0 ध्रुवाकारी थाना पचपेड़ी जिला बिलासपुर 04. नितीश कुमार भारद्वाज पिता देवेन्द्र कुमार भारद्वाज उम्र 34 साल नि0 ध्रुवाकारी थाना पचपेड़ी जिला बिलासपुर मिलेे, जो कि कपिल गोस्वामी एवं उसके साथी गुरू शंकर दिव्य, ईश्वर चैहान एवं अन्य को लगभग 22 लाख रूपये पृथक पृथक देना बताये।प्रार्थीयो की रिपेार्ट पर धोखाधड़ी, कूटरचना एवं संगठित अपराध की धाराओं में कुल 04 प्रकरण पंजीबध्द किये गये।इसी दौरान आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु रेड की कार्यवाही की गई। आरोपी कपिल गोस्वामी तथा गुरू शंकर दिव्य, पुरूषोत्तम तिवारी तथा राजेन्द्र पलांगे अपने निवास पर मिले। जिनको अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। आरापियो के पास से प्रार्थीयो के नाम से बने फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र, फर्जी सेवा पुस्तिका, अलग अलग शासकीय विभागो की सील मुहर एवं जेल प्रहरी की वर्दी बरामद कर जप्त कर आरोपियो से विस्तृत पूछताछ की जा रही है।आरोपियो का अनोखा वारदात का तरीकामुख्य आरोपी कपिल गोस्वामी अपने साथी सरपंच प्रतिनिधी ईश्वर चैहान, तथाकथित पत्रकार गुरू दिव्यशंकर, राजेश पलांगे के साथ मिलकर शासकीय नौकरी की चाह रखने वाले बेरोजगार युवको की पहचान करते थे और उन्हें शासकीय नौकरी लगाने का प्रलोभन देते थे। सरपंच प्रतिनिधी ईश्वर चैहान, तथाकथित पत्रकार गुरू दिव्यशंकर, राजेश पलांगे एवं अन्य साथी बेरोजगार युवको केा इस बात का भरोसा दिलाते थे कि कपिल गोस्वामी का संपर्क सभी शासकीय विभागो में है। कपिल गोस्वामी महंगी गाड़ी इनोवा में ड्रायवर एवं बाॅडीगार्ड के साथ घूमता था। जब बेरोजगार युवक इनके झांसे में आ जाते थे, तब कपिल गोस्वामी के साथियो के द्वारा अलग – अलग शासकीय विभागो में नौकरी की रकम बतायी जाती थी। बेरोजगार युवक अपने घर के रिश्तेदारो, परिजनो से उधार रकम लेकर, घर के जेवर गिरवी रखकर नौकरी की चाह में पैसा एकत्र कर कपिल गोस्वामी देते थे। रकम देने पर युवको को फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र दिखाकर डाॅक्यूमेंट वेरीफिकेशन के नाम पर उनके ओरिजनल डाॅक्यूमेंट रखकर वेरीफिकेशन के बाद नियुक्ति पत्र दिये जाने का आश्वासन दिया जाता था। कपिल गोस्वामी पूर्व में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में जेल जा चुका है। शातिर किस्म का ठग है।
नाम गिरफ्तार आरोपी
01.– कपिल गोस्वामी उर्फ कपिलेश्वर ,निवासी-अकलतरा, ज़िला-जाँजगीर चाँपा
02. तथाकथित पत्रकार -गुरूशंकर दिव्य निवासी-जैजैपुर ज़िला-सक्ति
03. राजेंद्र पलाँगे, निवासी-जैजैपुर ज़िला- सक्ति
04. पुरुषोत्तम तिवारी ,निवासी-उस्लापुर ज़िला-बिलासपुरजप्त
जप्त संपत्ति:- 13 लाख रूपये नगदी रकम, एक इनोवा कार, कीमत करीब 20लाख रुपए एवं बैंक एकाउंट में सीज करायी गई 3 लाख रूपये 07 नग मोबाईल सहित फर्जी नियुक्ति पत्र तथा फर्जी सेवा पुस्तिका